क्या कुछ देखा.??...
>> Tuesday, 10 March 2009
चौंकिए मत...... यह कहीं और का चित्र नहीं........ बस रात के समय सीतापुर से वापस आते समय हरगोविंद चौराहे(बिसवां तिराहे) का है जिसे देख कर लहरपुर का एहसास होता है... देख लो कि कहीं लखनऊ बनने के चक्कर में हम अपनी जड़ों से दूर तो नहीं हो रहे.... ऊपर वाला न करे कि कभी हम एक दूसरे के लिए उतने अजनबी हो जायें जैसे कि लखनऊ में लोग होते हैं.... जड़ों से जुडें... बस इतना सा खवाब ही तो है..............
3 टिप्पणियाँ:
this is really cool view.....
I am really very happy to see this picture. Thanks a lot Ashu Bhaiya for letting me know about our great laharpur's progress.....
very nice picture. ekbar to ykin hi nahi hua ki y laharpur ke tirahe ki picture hai . i m so happy to see this view
धन्यवाद... आप लोगों को यहाँ की सामग्री अच्छी लग रही है. अपना स्नेह इसी तरह से बनाये रखें क्योंकि आपकी टिप्पणी हमें और अच्छा करने की प्रेरणा देती रहेंगीं.
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