महिला थाने के चंगुल से छूटी लड़की
>> Tuesday 15 June 2010
आखिर कार लहरपुर की बदकिस्मत लड़की जिसका जनवरी माह में अपहरण कर लिया गया था अंत में सीतापुर महिला थाने में ५ दिन बिताने के बाद हिंदुस्तान अख़बार के प्रयास से घर वापस आ ही गयी. उल्लेखनीय है कि इस लड़की का अपहरण कर लिया गया था और मानवाधिकार आयोग के आदेश पर जिलाधिकारी सीतापुर ने लहरपुर पुलिस को किनारे कर के छापा मारकर बरामद किया था. इसे केवल जांच के नाम पर सीतापुर में बैठाये रखा गया और उसके घर वालों से भी मिलने नहीं दिया जा रहा था. अगर प्रदेश में महिला थानों की सच्चाई यही है तो जल्द ही ऐसे थानों को बंद कर दिया जाना चाहिए. कम से कम पुरुषों के बीच में अपने को कोई असुरक्षित महसूस करे वो ज्यादा अच्छा है बजाय इसके कि किसी महिला पुलिस कर्मी द्वारा सताया जाना. फिलहाल इस तरह की घटनाएँ तो केवल हमारी व्यवस्था पर प्रश्न चिन्ह ही लगाती रहेंगीं ?
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